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ओएफबी नहीं अब एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया कहिए

ओएफबी नहीं अब एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया कहिए

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अब ओएफसी नहीं एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया कहिये जनाब एसएएफ फील्डगन की बदली पहचानदेश की 41 आयुध निर्माणी अाज से सात कंपनियों के निर्देशन में काम करने लगी हैं इसी कड़ी में कानपुर में 162 साल पुरानी ओईएफ समेत ओएफसी एसएएफ और फील्डगन फैक्ट्री भी पहचान अब बदल जाएगी

अब ओएफसी नहीं, एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया कहिये जनाब एसएएफ फील्डगन की बदली पहचान

देश की 41 आयुध निर्माणी आज से सात कंपनियों के निर्देशन में काम करने लगी हैं इसी कड़ी में कानपुर में 162 साल पुरानी ओईएफ समेत ओएफसी एसएएफ और फील्डगन फैक्ट्री भी पहचान अब बदल जाएगी 

देश भर की सात कंपनियाें में तीन का मुख्यालय कानपुर में है

कानपुर जेएनएन देश की 41 आयुध निर्माणियां अब सात कंपनियों के दिशा निर्देशन में काम करेंगी इनमें तीन कंपनियों का मुख्यालय कानपुर होगा एक अक्टूबर से ओएफसी फील्डगन फैक्ट्री और एसएएफ ओफसी का संचालन कंपनी के अधीन हो गया है ऐसे में इनका नाम भी बदलकर एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया हो जाएगा इसी तरह आयुध उपस्कर निर्माणी ओईएफ का नाम ट्रूप कंफट्र्र्स लिमिटेड कानपुर हो गया जबकि आयुध पैराशूट निर्माणी ओपीएफ का नाम ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड कंपनी कंपनियों का जिम्मा मुख्य प्रबंध निदेशक सीएमडी संभालेंगे एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड के सीएमडी राजेश चौधरी ट्रूप कंफट्र्स के सीएमडी संतोष कुमार सिन्हा जबकि ग्लाइडर्स इंडिया के सीएमडी विजय कुमार तिवारी होंगे अभी तक यहां महाप्रबंधक जिम्मेदारी संभालते थे 17 जून को हुई थी घोषणा केंद्र सरकार ने आयुध निर्माणियों के विलय की घोषणा 17 जून 2021 को की 14 अगस्त को सातों कंपनियों को रजिस्ट्रार आफ कंपनीज में पंजीकरण कराया गया है। आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि 13 आयुध निर्माणियों के लिए बनाई गईं तीन कंपनियों के हेडक्वार्टर कानपुर में बनाए गए हैं नई व्यवस्था में अधिकारियों और कर्मचारियों के पदनाम भी बदल जाएंगे जानकारों के मुताबिक तीनों कंपनियों के शेयर भी भविष्य में शेयर बाजार में आ सकते हैं किन कंपनियों में कौन सी निर्माणियां एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया आयुध निर्माणी कानपुर ओएफसी फील्डगन फैक्ट्री कानपुर लघु शस्त्र निर्माणी एसएएफ गन कैरिज फैक्ट्री जबलपुर गन एंड शेल फैक्ट्री काशीपुर पश्चिम बंगाल आर्डनेंस फैक्ट्री प्रोजेक्ट कोरवा अमेठी आर्डनेंस फैक्ट्री तिरुचिरापल्ली तमिलनाडु राइफल फैक्ट्री इच्छापुर पश्चिम बंगाल

ट्रूप कंफट्र्स लिमिटेड आयुध उपस्कर निर्माणी ओईएफ कानपुर आर्डनेंस क्लाथिंग फैक्ट्री तमिलनाडु आर्डनेंस क्लाथिंग फैक्ट्री शाहजहांपुर आर्डनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री हजरतपुर फीरोजाबाद ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड पैराशूट निर्माणी ओपीएफ कानपुर

162 साल पुरानी है ओईएफ

देश में सबसे पहले 18 मार्च वर्ष 1801 को काशीपुर में पहली आयुध निर्माणी की स्थापना की गई थी इसी दिन को आयुध निर्माणी दिवस के रूप में मनाया जाता है कानपुर में 162 साल पहले वर्ष 1859 को आयुध उपस्कर निर्माणी ओईएफ की स्थापना की गई अक्तूबर 1941 में आयुध पैराशूट निर्माणी ओपीएफ 1942 में आयुध निर्माणी कानपुर ओएफसी 1949 में लघु शस्त्र निर्माणी और 1971 में फील्ड गन फैक्ट्री की स्थापना की गई थी दो साल तक प्रतिनियुक्ति पर रहेंगे

सरकार अधिकारियों और कर्मचारियों के सभी प्रकार के वेतन भत्ते आदि का भुगतान दो वर्ष तक करेगी सभी अधिकारी और कर्मचारी दो साल तक प्रतिनियुक्ति पर रहेंगे हालांकि इसके बाद क्या होगा इस पर कुछ स्पष्ट नहीं है आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि सभी आयुध निर्माणियां उत्पादन इकाइयां हैं ऐसे में वर्क लोड बढऩे पर वेतन बढऩे की भी संभावना है


रिपोर्ट :- आशीष विश्वकर्मा, रिपोर्टर

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