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गांवों में पहुंचा पानी, ग्रामीणों ने समेटी गृहस्थी : सफीपुर, उन्नाव

गांवों में पहुंचा पानी, ग्रामीणों ने समेटी गृहस्थी : सफीपुर, उन्नाव

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सफीपुर के गांव हमजापुर में बाढ़ से घिरा प्राथमिक स्कूल

उन्नाव। प्रति घंटे एक सेमी की रफ्तार से बढ़ रहे गंगा के पानी से से कटरी क्षेत्र के गांवों में हालात बिगड़ने लगे हैं। सोमवार शाम छह बजे 112.520 मीटर पर चल रहा जलस्तर मंगलवार को बढ़कर 112.830 मीटर पर पहुंच गया। यह खतरे के निशान 113 मीटर से महज 17 सेमी ही दूर है। कई गांवों में पानी भरने से लोग अपना सामान समेटकर सुरक्षित स्थानों की तरफ कूच कर रहे हैं। सैकड़ों बीघा फसलें जलमग्न हो गई हैं। सदर विधायक पंकज गुप्ता ने कई प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर हालात व प्रशासन की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। प्रभावित क्षेत्रों में नाव चलाने को कहा।

फतेहपुर चौरासी के गांव रुस्तमपुर, उम्मरपुर प्रीतम, जैतपुर, समसपुर अटियाकबूलपुर, जाजामऊ एहतमाली व गैर एहतमाली, गड़ाई, दबौली, इस्माइलपुर नौगवां के किसानों की सैकड़ों बीघा सरसों, आलू, करेला, परवल की फसल जलमग्न हो गई है। नेकपुर, कुसेहर बंगला, नया बंगला हिंदूपुर, रुस्तमपुर गांवों में पानी भर गया है। ग्रामीणों के पलायन की स्थिति बन गई है। ग्राम हिंदूपुर निवासी प्रकाश सविता का घर कटान में आ जाने से मंगलवार को वह परिवार सहित पलायन कर गए। बाढ़ पीड़ितों की व्यवस्था दबौली व चिरंजूपुरवा के विद्यालयों में बनाई गई बाढ़ चौकी में की जा रही है।

सफीपुर के जमालनगर गैर एहतमाली से लेकर ददलहा तक दो सौ बीघा फसल जलमग्न हो गई। गहोली के हमजापुर प्राथमिक पाठशाला के चारों ओर पानी भर से जाने से स्कूल आए बच्चों को इंचार्ज शिक्षक विश्वनाथ ने वापस घर भेज अधिकारियों को सूचना दी। वह और सहायक शिक्षक सत्येद्र कुमार के साथ पानी में उतरकर स्कूल तक पहुंचे। मौके पर एसडीएम राजेंद्र कुमार व बीईओ अरुण अवस्थी ने पहुंचकर पानी निकलने तक विद्यालय को बंद रखने के आदेश दिए। एसडीएम ने ददलहा, अल्लीपुर का भ्रमण कर लोगों से सचेत रहने को कहा।

बीघापुर के गढ़ेवा व कर्मी ग्राम सभा की हजारों बीघा भूमि जलमग्न हो गई है। गढ़ेवा पुल संपर्क मार्ग पर मिट्टी डालकर आवागमन रोक दिया गया है। पीडब्ल्यूडी ने बंधा लगवाकर गांव की ओर पानी जाने से रोक दिया। बहाव तेज होने से मंगलवार को काम बंद रखा गया। दो पुलिसकर्मियों की ड्यूटी भी लगा दी गई है। हालांकि इसके बाद भी काफी संख्या में बाइक सवार युवा जान जोखिम में डालकर बाइक आवागमन करते रहे। वहीं अन्य लोग कानपुर प्रयागराज हाईवे तक पहुंचने के लिए नौ किलोमीटर तक पैदल यात्रा करते दिखे।

गंजमुरादाबाद के तलहटी का कटरी इलाका बाढ़ के पानी से घिर गया है। सिरधरपुर मार्ग की पुलियों से होते हुए लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे तक पानी जा पहुंचा है लेकिन आगरा एक्सप्रेसवे ऊंचाई पर होने के कारण उसे पार नहीं कर पाया है। बल्लापुर, भिखरियापुर, जाल्हेपुर, बेहटाकच्छ, कुशराजपुर, लोनारी, लहरापुर, बहलोलपुर, चोरहा, बिरैचामऊ, देवरिया व तकिया गांव बाढ़ से बच गए हैं। तहसीलदार तरुण प्रताप सिंह ने बताया कि 10 बाढ़ राहत चौकियां, इतने ही बाढ़ राहत केंद्र और 6 बड़े राहत शिविर तैयार किए जा चुके हैं।

परियर के गंगा किनारे बसे माना बंगला, बाबू बंगला, बंदनपुरवा, लालतुपुरवा, पनपथा, धनकुखेड़ा, कोलवा, जुड़ापुरवा, पटियारा, महानंदपुरवा, बेनीपुरवा, टेपरा, अतरी के पास पानी पहुंच गया है। इससे लोगों की तरोई, लौकी, भिंडी, कद्दू की फसल डूब गई है। यहां पर ग्रामीण नाव का सहारा लेकर आवागमन कर रहे हैं। साथ ही लोग अपनी गृहस्थी समेटने लगे हैं। सिकंदरपुरपुर कर्ण के बंदीपुरवा, खन्नापुर, बलाई, पंचमपुर, छड़ाउवाखेड़ा, घोसरापुर, टेढ़वा टिकरी, पदमरा आदि गांवों के घरों के निकट तक पानी पहुंच जाने से लोग अपनी गृहस्थी समेटने लगे हैं। बंदीपुर प्रधान वीरेंद्र यादव ने बताया कि यदि जलस्तर इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो एक दो दिन में ही कटरी के गांवों के लोगों को पलायन करना पड़ेगा।


रिपोर्ट :- अनिकेत शर्मा,हेड क्राइम रिपोर्टर, उन्नाव

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