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NSI कानपुर द्वारा सम्पूर्ण चीनी उद्योग हेतु चलायी जा रही मुहिम "गो क्लीन एंड ग्रीन" : कानपुर नगर

NSI कानपुर द्वारा सम्पूर्ण चीनी उद्योग हेतु चलायी जा रही मुहिम "गो क्लीन एंड ग्रीन" : कानपुर नगर

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राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर द्वारा सम्पूर्ण चीनी उद्योग हेतु चलायी जा रही मुहिम “गो क्लीन एंड ग्रीन” के अन्तर्गत संस्थान द्वारा अपने परिसर को भी स्वच्छ एवं हरा-भरा बनाने के विशेष उपाय किये गये हैं, जिसमें ‘सोलर पावर’ और ‘रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम’ की स्थापना शामिल है।

इसी क्रम में प्लास्टिक प्रदूषण से संस्थान परिसर को मुक्त करने हेतु संस्थान की विभागीय कैंटीन में प्लास्टिक का उपयोग पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित कर दिया है। प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने एवं चीनी मिलों के सह-उत्पादों को बढावा देने हेतु अब संस्थान की विभागीय कैंटीन में गन्ने की खोई से बनी क्राकरी का प्रयोग किया जायेगा। संस्थान में यह व्यवस्था 1 अप्रैल 2022 से लागू कर दी गयी है, जिसके अन्तर्गत अब संस्थान के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं छात्रों को गन्ने की खोई से बनी प्लेट, कटोरियों आदि में जहाँ खाद्य सामग्री उपलब्ध होगी, वहीं पेय पदार्थ मिट्टी के कुल्हड़ों में दिये जायेंगे।

संस्थान के निदेशक, श्री नरेन्द्र मोहन ने बताया कि गन्ने की खोई से निर्मित क्राकरी बायो-डीग्रेडेबल है एवं जमीन में गाड़ने पर 45 दिनों के अन्दर कम्पोस्ट (खाद) में बदल जाती है। देश में प्लास्टिक से बनी इस प्रकार की सामग्री की खपत लगभग 3 लाख टन प्रति वर्ष है, अतः इस प्रकार की क्राकरी के प्रयोग की अपार सम्भावनायें हैं। इस प्रकार की क्राकरी का उपयोग रेस्ट्रोरेन्ट एवं डिब्बा बंद खाद्य सामग्री बेचने में करने हेतु संस्थान द्वारा विभिन्न एम.एस.एम.ई. (MSME) संस्थानों के साथ मिलकर देश के विभिन्न भागों में कार्यशालाएं भी आयोजित की गयी है।

उल्लेखनीय है कि हाल के वर्षों में विभिन्न कम्पनियों द्वारा घर-घर खाद्य सामग्री सप्लाई करने के कार्य में काफी वृद्धि हुई है, जिसमें गन्ने की खोई से बने डिब्बों (बॉक्स) का प्रयोग किया जा सकता है। इस प्रकार के उत्पादों का प्रयोग जहाँ मानव स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के अनुकूल हैं, वहीं चीनी मिलों के लिए एक अतिरिक्त आय का स्त्रोत हो सकता है, निदेशक ने कहा। 

वार्ता - महेंद्र कुमार यादव,कनिष्ठ तकनीकी अधिकारी 


रिपोर्ट :- निशांत पाठक, वरिष्ठ पत्रकार


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