Modi के गारंटी मॉडल को छत्तीसगढ़ में BJP बनाएगी चुनावी हथियार, पीएम के काम के दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी
Modi के गारंटी मॉडल को छत्तीसगढ़ में BJP बनाएगी चुनावी हथियार, पीएम के काम के दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी
ब्रेकिंग न्यूज
छत्तीसगढ़ में भाजपा इस बार मोदी मॉडल को चुनावी अस्त्र बनाएगी। विधानसभा और लोकसभा चुनाव वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गारंटी मॉडल पर लड़ेगी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष साव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गांव गरीब और किसानों के लिए काम किया । अपनी योजनाओं के माध्यम से इनके जीवन में परिवर्तन लाए। दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ाया ।
छत्तीसगढ़ में भाजपा इस बार मोदी मॉडल को चुनावी अस्त्र बनाएगी। विधानसभा और लोकसभा चुनाव वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गारंटी मॉडल पर लड़ेगी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार मोदी मॉडल को लेकर ही चुनाव मैदान में उतरेंगे।
गुजरात मॉडल पर पार्टी को लोकसभा में मिली थी बड़ी जीत
बिलासपुर की परिवर्तन महासंकल्प रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं को आरक्षण देने, किसानों के खाते में सीधे राशि भेजने, उज्ज्वला गैस योजना के माध्यम से महिलाओं की जिंदगी धुआंमुक्त बनाने समेत अन्य गारंटी मॉडल की सफलताओं का उल्लेख करते हुए इन्हें भाजपा की ताकत बताया था। बता दें कि भाजपा प्रदेश में 2018 का विधानसभा चुनाव और 2019 का लोकसभा चुनाव गुजरात मॉडल पर लड़ी थी। विधानसभा चुनाव में हार और लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत मिली थी।
पीएम मोदी ने गांव, गरीब और किसानों के लिए किया है काम : साव
“प्रधानमंत्री मोदी ने गांव, गरीब और किसानों के लिए काम किया। अपनी योजनाओं के माध्यम से इनके जीवन में परिवर्तन लाए। दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ाया। कोरोना की महामारी से देश को बाहर निकाला। समय-समय पर साहसिक निर्णय लिए। यह काम कोई दूसरा नहीं कर सकता। निश्चित रूप से पीएम मोदी का गारंटी माडल छत्तीसगढ़ की सत्ता में भी परिवर्तन लाएगा।- प्रदेश भाजपा अध्यक्ष साव”
विधानसभा चुनाव में कड़वा रहा अनुभव
मालूम हो कि प्रदेश में 2014 के लोकसभा चुनाव और 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने गुजरात माडल का प्रमुखता के साथ प्रचार किया था। लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 11 में से 10 सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी, वहीं विधानसभा चुनाव में 90 में से केवल 15 सीटें ही जीत पाई थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में गुजरात माडल के दम पर भाजपा ने 11 में से नौ सीटें जीती थीं। यानी विधानसभा चुनाव का अनुभव कड़वा रहा है।
यह है गुजरात मॉडल ?
गुजरात मॉडल को अगर अर्थशास्त्र के नजरिए से समझा जाए, तो इसे दो भागों में बांटा जा सकता है- पहला सामाजिक और दूसरा आर्थिक विकास। उदाहरण के लिए उद्योग लगाने के लिए गुजरात में सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया। नतीजा यह रहा कि वहां बड़ी संख्या में उद्योग लगाए गए। विदेशी निवेश भी वहां तेजी से बढ़ा। इसी तरह सामाजिक विकास के अंतर्गत वहां शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे विषयों को प्राथमिकता से लिया गया। गुजरात मॉडल का मतलब है भरपूर नौकरी, कम महंगाई, ज्यादा कमाई, तीव्र गति से अर्थव्यवस्था का विकास, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, सुरक्षा और बेहतरीन जीवन।
गुजरात मॉडल बना नहीं पाए, अब मोदी मॉडल क्या है : सीएम बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को पत्रकारवार्ता में मोदी मॉडल को लेकर भाजपा पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का विकास मॉडल है, जिसके सामने भाजपा 15 साल तक प्रधानमंत्री मोदी का गुजरात माडल तो बना नहीं पाई, अब मोदी मॉडल की बात कर रही है। मोदी मॉडल आखिर है क्या, पहले यह तो बता दें। हमने तो पांच वर्ष में बता दिया कि किस तरह व्यक्ति की आर्थिक स्थिति सुधरती है। उन्होंने कहा "प्रदेश में शिक्षा-स्वास्थ्य और संस्कृति को लेकर जो काम हुए हैं, वह छत्तीसगढ़ का माडल है। मोदी गारंटी किसानों की आय दोगुनी करने, 15-15 लाख रुपये खाते में आने, दो करोड़ लोगों को नौकरी देने, महंगाई कम करने का था, मगर कुछ हुआ नहीं। मोदी गारंटी माडल केवल जुमला है।”
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